विशेषज्ञो का मानना है की डेंगू बुखार तेजी से फैल रहा है। अगर आपको पहले कभी कोरोना संक्रमण हो चुका है। तो आपको डेंगू से सावधान रहना चाहिए। दरअसल, एक हालिया अध्ययन के मुताबिक, शरीर में कोरोना एंटीबॉडीज के कारण डेंगू संक्रमण अधिक गंभीर हो सकता है।
डेंगू का खतरा: मौसम बदलते ही देश में डेंगू बुखार ने कहर बरपा रखा है। वैसे तो हर साल इस मौसम में लोग मच्छर जनित बीमारी डेंगू से बीमार पड़ते हैं, लेकिन इस साल डॉक्टरों ने चेतावनी जारी की है। डॉक्टरों के मुताबिक, ज्यादातर स्वस्थ लोग इलाज के बाद डेंगू की बीमारी से ठीक हो जाते हैं। लेकिन कोरोना संक्रमण (कोविड) के कारण यह बीमारी कई लोगों के लिए खतरनाक और जानलेवा साबित हो सकती है।
डेंगू का नया स्ट्रेन ज्यादा खतरा पैदा करता है
डॉक्टरों ने आगाह किया है कि इस साल गंभीर डेंगू स्ट्रेन डेन2 से संक्रमित लोगों की संख्या में ज्यादा वृद्धि हुई है। जो लोग पहले कोरोना की चपेट में आ चुके हैं उन्हें इस समय बेहद सतर्क रहना चाहिए। क्योंकि यह इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, ऐसे लोगों के लिए डेंगू का यह स्ट्रेन काफी घातक हो सकता है। ऐसे में जो लोग हाल के वर्षों में कोविड के शिकार हुए हैं और उन्हें कोरोना एंटीबॉडी दी गई है, उन्हें डेंगू के प्रति अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
डॉक्टरों का मानना है की कोविड एंटीबॉडीज की वजह से खतरा बढ़ गया है
ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (THSTI) की हाल ही में जारी मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, सार्स-सीओवी-2 एंटीबॉडी के साथ डेंगू की क्रॉस-रिएक्शन के कारण डेंगू संक्रमण अधिक घातक हो सकता है। इससे पता चलता है कि जो लोग कोरोना से पीड़ितों हुए थे उन लोगो को अन्य लोगों की तुलना में डेंगू के इस स्ट्रेन से संक्रमित होने का खतरा अधिक हो सकता है।अगर शरीर में कोरोना एंटीबॉडीज मौजूद हैं तो डेंगू का संक्रमण हानिकारक हो सकता है। डॉक्टरों ने यह भी कहा है कि ऐसा हर स्थिति में नहीं हो सकता। इस क्षेत्र में और अधिक शोध किये जा रहे हैं।